Nabz - é - Firdaus
Saturday, December 15, 2007
On Love
हमने
जो इश्क यूँ की
है
आपसे
अगर पैमानों में भर पाते...
...तो रेगिस्तान और नखलिस्तान के फासले को
हम
तनहा
हीं
मिटा जाते |
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